इस पूर्व-तैयारी कार्यक्रम में, सिद्धयोग ध्यान-शिक्षक, स्वामी कृपानन्द और मीरा लॉबा-ज़पीरो उन अभ्यासों में प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करती हैं जिन्हें बाबा मुक्तानन्द सिद्धयोग शक्तिपात ध्यान-शिविर के चार पहिए या चक्र कहते थे—आसन, श्वास-प्रश्वास, मन्त्र और ध्यान। ये चार मूलभूत अभ्यास, शक्तिपात ध्यान-शिविर में सक्रियता से भाग लेने में आपकी सहायता करेंगे।
इसके अतिरिक्त, सिद्धयोग ध्यान-शिक्षक व सूत्रधार, एसा सीगल सिद्धयोग शक्तिपात ध्यान-शिविर और शक्तिपात दीक्षा के महत्त्व के बारे में बताते हैं।.
ऑडिओ वेबकास्ट के माध्यम से होने वाला यह पूर्व-तैयारी कार्यक्रम अनेक सिद्धयोग आश्रमों और ध्यान-केन्द्रों में भी आयोजित किया जाता है। इनमें से किसी भी आयोजन-स्थल पर या सिद्धयोग पथ की वेबसाइट के माध्यम से, इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए, अपने मित्रों और परिवारीजनों को आमन्त्रित करने के लिए आपका स्वागत है।
आरम्भ करने से पूर्व आप यह करें :
- ऐसा समय निर्धारित करें जब आप बिना व्यवधान के भाग ले सकें।
- वेबकास्ट की अवधि ५५ मिनट है।
- स्थान को इस तरह तैयार करें कि वह ध्यान हेतु सहायक हो।
- ऐसे वस्त्र पहनें जिनसे आप हल्के व्यायाम सहजता से कर सकें।
- यदि आप सिद्धयोग पथ पर नए हैं तो सत्र में प्रयुक्त इस शब्दावली को पढ़ें।
‘प्ले’ बटन क्लिक करके आप अपनी सहमति देते हैं कि आप इस कार्यक्रम के किसी भी अंश को रिकॉर्ड नहीं करेंगे,
स्क्रीनशॉट या फ़ोटो नहीं लेंगे, किसी भी रूप में ट्रान्स्क्राइब [नकल], डाउनलोड, पोस्ट या वितरण नहीं करेंगे
तथा आप दिए गए
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